- 270 परिवारों को मिला था फ्लैट का कब्जा
- दो बार हुआ स्ट्रक्चरल ऑडिट, असुरक्षित पाई गई इमारत
- चिंटल पैराडिसो के टावर भी होंगे ध्वस्त
गुरुग्राम: सेक्टर-37 डी स्थित नैशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) की ग्रीन व्यू सोसायटी के तीन टावरों को गिराने की अनुमति मिल गई है। सोसायटी के ई, एफ और जी टावर को तोड़ा जाएगा, जो एक निजी स्कूल से सटे हुए हैं। इन टावरों को असुरक्षित करार दिया गया था और निवासियों ने काफी समय से इन्हें गिराने की मांग की थी। टावर ध्वस्त करने के बाद नया निर्माण कार्य शुरू होगा, और निवेशकों को उनके पैसे ब्याज सहित रिफंड किए जाएंगे।
270 परिवारों को मिला था फ्लैट, निर्माण पर उठे थे सवाल
एनबीसीसी ने 2011 में ग्रीन व्यू सोसायटी का निर्माण कार्य शुरू किया और 2019 तक कई परिवार इसमें रहने लगे। कुल 784 फ्लैट बनाए गए थे, जिनमें से 270 परिवारों को कब्जा सौंपा गया था। हालांकि, जल्द ही निर्माण कार्य की खामियां सामने आने लगीं। दीवारों से प्लास्टर गिरने और अन्य कमजोरियों के चलते निवासियों ने शिकायतें दर्ज कराईं।
दो बार हुआ ऑडिट, असुरक्षित करार दिए गए टावर
2020 में आई आई टी दिल्ली से सोसायटी का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया गया, जिसमें निर्माण में गंभीर खामियां पाई गईं। हालांकि, एनबीसीसी ने इस रिपोर्ट को गलत बताते हुए आई आई टी रुड़की से दूसरी बार जांच कराई, जिसमें भी तीनों टावरों को असुरक्षित घोषित किया गया। इसके बाद उपायुक्त (डीसी) ने निवासियों को टावर खाली करने के निर्देश दिए थे।
चिंटल पैराडिसो के टावर भी होंगे ध्वस्त
सेक्टर-109 स्थित चिंटल पैराडिसो सोसायटी के असुरक्षित टावरों को भी गिराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए एडिफिस इंजीनियरिंग लिमिटेड को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो इससे पहले नोएडा ट्विन टावर गिराने का काम कर चुकी है। इस बार विस्फोटक तकनीक की बजाय मशीनों और मैनुअल तरीके से एक-एक कर टावर गिराए जाएंगे, जिसमें लगभग छह महीने का समय लगेगा।