आज से नहीं सजेगा SUNDAY बाजार, अदालत ने दिखाई सख्तीनगर परिषद ने भी बाजार में लगा दिया है बोर्ड, दे दी है नसीहत

रेवाड़ी, एनजेपी न्यूज। शहर की मार्केट में लगने वाले संडे बाजार पर कोर्ट का डंडा चल गया है। अब रविवार को संडे बाजार के नाम पर मार्केट में फड़ अथवा दुकानें नहीं सजेंगी। पब्लिक यूटिलिटी अदालत ने एक याचिका के बाद इसे बंद करने के आदेश कर दिए हैं। इधर अदालत के आदेश के बाद नगर परिषद ने भी बाजार में संडे के दिन फड़ अथवा दुकानें नहीं लगाने संबंधी बोर्ड लगा दिया है। आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना करने की कार्यवाही की जाएगी। सर्वविदित है कि लंबे समय से शहर की सब्जी मंडी से लेकर गोकल गेट तक रविवार के दिन संडे बाजार के नाम से फड़ लग रहे हैं। जूतों, चप्पलों, कपड़ों व अन्य घरेलू सामान के फड़ लगने से बाजार का पूरा रास्ता जाम हो जाता है, जो एक आमजन के लिए बड़़ी समस्या को जन्म देता है। हालांकि नगर परिषद की ओर से पूर्व में ऐसी कार्यवाही की गई है कि संडे बाजार नहीं लगे, लेकिन सख्ती नहीं होने के कारण इसके परिणाम शून्य ही रहे हैं। एडवोकेट सुभाष खुराना ने इस संबंध में पब्लिक यूटिलिटी कोर्ट में एक याचिका दायर की। अदालत ने उसकी वैरिफिकेशन भी कराई और उसकी रिपोर्ट आने के काद नगर परिषद ने बाजार में बोर्ड लगवा दिया कि संडे बाजार के नाम पर दुकान सजाने वालों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना करने की कार्यवाही की जाएगी। यहां बता दें कि बाजार में संडे बाजार लगने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। बाहर के लोग भी आकर यहां दुकान लगाते हैं। दुकानदार लेते हैं फड़ वालों से पैसे: सूत्रों के अनुसार संडे बाजार में दुकानों के सामने लगने वाले फड़ स्थाई दुकानदारों के लिए कमाई के बड़े साधन साबित हो रहे हैं। कहना गलत नहीं होगा कि दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों के आगे फड़ लगाने की भारी कीमत वसूल करते हैं। संडे बाजार नहीं सजने से लोगों को हो सकता है नुकसान: संडे बाजार को कुछ लोग सही तो कुछ गलत बताते हैं। कुछ दुकानदारों को कहना है कि संडे बाजार में कमजोर तबके के लोगों को काफी राहत मिल जाती है। सस्ती चीजें मिल जाती है, लोगों को रोजगार भी मिल जाता है। प्रशासन को ऐसे ही बाजार लगाने के लिए कोई और जगह निर्धारित करानी चाहिए।

रेवाड़ी, एनजेपी न्यूज। शहर की मार्केट में लगने वाले संडे बाजार पर कोर्ट का डंडा चल गया है। अब रविवार को संडे बाजार के नाम पर मार्केट में फड़ अथवा दुकानें नहीं सजेंगी। पब्लिक यूटिलिटी अदालत ने एक याचिका के बाद इसे बंद करने के आदेश कर दिए हैं। इधर अदालत के आदेश के बाद नगर परिषद ने भी बाजार में संडे के दिन फड़ अथवा दुकानें नहीं लगाने संबंधी बोर्ड लगा दिया है। आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना करने की कार्यवाही की जाएगी।
सर्वविदित है कि लंबे समय से शहर की सब्जी मंडी से लेकर गोकल गेट तक रविवार के दिन संडे बाजार के नाम से फड़ लग रहे हैं। जूतों, चप्पलों, कपड़ों व अन्य घरेलू सामान के फड़ लगने से बाजार का पूरा रास्ता जाम हो जाता है, जो एक आमजन के लिए बड़़ी समस्या को जन्म देता है। हालांकि नगर परिषद की ओर से पूर्व में ऐसी कार्यवाही की गई है कि संडे बाजार नहीं लगे, लेकिन सख्ती नहीं होने के कारण इसके परिणाम शून्य ही रहे हैं। एडवोकेट सुभाष खुराना ने इस संबंध में पब्लिक यूटिलिटी कोर्ट में एक याचिका दायर की। अदालत ने उसकी वैरिफिकेशन भी कराई और उसकी रिपोर्ट आने के काद नगर परिषद ने बाजार में बोर्ड लगवा दिया कि संडे बाजार के नाम पर दुकान सजाने वालों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना करने की कार्यवाही की जाएगी। यहां बता दें कि बाजार में संडे बाजार लगने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। बाहर के लोग भी आकर यहां दुकान लगाते हैं।
दुकानदार लेते हैं फड़ वालों से पैसे:
सूत्रों के अनुसार संडे बाजार में दुकानों के सामने लगने वाले फड़ स्थाई दुकानदारों के लिए कमाई के बड़े साधन साबित हो रहे हैं। कहना गलत नहीं होगा कि दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों के आगे फड़ लगाने की भारी कीमत वसूल करते हैं।
संडे बाजार नहीं सजने से लोगों को हो सकता है नुकसान:
संडे बाजार को कुछ लोग सही तो कुछ गलत बताते हैं। कुछ दुकानदारों को कहना है कि संडे बाजार में कमजोर तबके के लोगों को काफी राहत मिल जाती है। सस्ती चीजें मिल जाती है, लोगों को रोजगार भी मिल जाता है। प्रशासन को ऐसे ही बाजार लगाने के लिए कोई और जगह निर्धारित करानी चाहिए।