सांसदों की सैलरी और पेंशन बढ़ी, अब हर सांसद को ₹1.24 लाख

पूर्व सांसदों की पेंशन और अन्य भत्ते भी बढ़े पूर्व सांसदों की पेंशन अब ₹25,000 से बढ़ाकर ₹31,000 प्रति माह कर दी गई है। डेली अलाउंस ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 कर दिया गया है। अतिरिक्त पेंशन (5 साल से अधिक कार्यकाल वाले सांसदों के लिए) ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 प्रति माह कर दी गई है। सांसदों को ये अतिरिक्त भत्ते भी मिलेंगे निर्वाचन क्षेत्र भत्ता: अब ₹87,000 प्रति माह, पहले ₹70,000 था। कार्यालय खर्च: अब ₹75,000 प्रति माह, जिसमें ₹50,000 कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए और ₹25,000 स्टेशनरी के लिए शामिल हैं। फर्नीचर भत्ता: कार्यकाल के दौरान एक बार ₹1 लाख (टिकाऊ फर्नीचर) और ₹25,000 (गैर-टिकाऊ फर्नीचर) की सुविधा। हर पांच साल में वेतन संशोधन की प्रक्रिया 2018 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सांसदों का वेतन ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख किया था और महंगाई के आधार पर हर पांच साल में वेतन और भत्तों की स्वतः समीक्षा का नियम बनाया था। 2020 में, COVID-19 के दौरान सरकार ने सांसदों और मंत्रियों के वेतन में एक साल के लिए 30% कटौती की थी। 2025 में की गई यह बढ़ोतरी आयकर अधिनियम, 1961 के तहत कॉस्ट इन्फ्लेशन इंडेक्स के आधार पर हुई है। सांसदों को मिलने वाली अन्य सुविधाएं यात्रा भत्ता: हर साल 34 मुफ्त हवाई यात्राएं। फर्स्ट एसी ट्रेन यात्रा मुफ्त। सड़क यात्रा के लिए ₹16 प्रति किमी भत्ता। सरकारी आवास और बिलों में छूट: दिल्ली में सरकारी आवास। 50,000 यूनिट मुफ्त बिजली और 4 लाख लीटर मुफ्त पानी। लोकसभा सांसदों को 1,50,000 और राज्यसभा सांसदों को 50,000 मुफ्त कॉल की सुविधा। मेडिकल सुविधाएं: सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज। विदेश में इलाज के लिए विशेष अनुमति पर सरकारी खर्च। CGHS योजना के तहत सांसदों और उनके जीवनसाथी को आजीवन मुफ्त चिकित्सा। अन्य लाभ: सरकारी गाड़ी, रिसर्च और स्टाफ असिस्टेंट की सुविधा। संसद की कैंटीन में सब्सिडी वाला भोजन।

वेतनमें 24% इजाफा | पूर्व सांसदों की पेंशन ₹31 हजार | भत्ते और सुविधाएं भी बढ़ीं

नई दिल्ली। सरकार ने सांसदों के वेतन में 24% की बढ़ोतरी कर दी है। संसदीय कार्य मंत्रालय ने सोमवार को इसकी अधिसूचना जारी की। अब सांसदों को प्रति माह ₹1.24 लाख वेतन मिलेगा, जो पहले ₹1 लाख था। यह बढ़ोतरी कॉस्ट इन्फ्लेशन इंडेक्स (लागत मुद्रास्फीति सूचकांक) के आधार पर 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी।

पूर्व सांसदों की पेंशन और अन्य भत्ते भी बढ़े

  • पूर्व सांसदों की पेंशन अब ₹25,000 से बढ़ाकर ₹31,000 प्रति माह कर दी गई है।
  • डेली अलाउंस ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 कर दिया गया है।
  • अतिरिक्त पेंशन (5 साल से अधिक कार्यकाल वाले सांसदों के लिए) ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 प्रति माह कर दी गई है।

सांसदों को ये अतिरिक्त भत्ते भी मिलेंगे

  • निर्वाचन क्षेत्र भत्ता: अब ₹87,000 प्रति माह, पहले ₹70,000 था।
  • कार्यालय खर्च: अब ₹75,000 प्रति माह, जिसमें ₹50,000 कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए और ₹25,000 स्टेशनरी के लिए शामिल हैं।
  • फर्नीचर भत्ता: कार्यकाल के दौरान एक बार ₹1 लाख (टिकाऊ फर्नीचर) और ₹25,000 (गैर-टिकाऊ फर्नीचर) की सुविधा।

हर पांच साल में वेतन संशोधन की प्रक्रिया

2018 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सांसदों का वेतन ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख किया था और महंगाई के आधार पर हर पांच साल में वेतन और भत्तों की स्वतः समीक्षा का नियम बनाया था। 2020 में, COVID-19 के दौरान सरकार ने सांसदों और मंत्रियों के वेतन में एक साल के लिए 30% कटौती की थी। 2025 में की गई यह बढ़ोतरी आयकर अधिनियम, 1961 के तहत कॉस्ट इन्फ्लेशन इंडेक्स के आधार पर हुई है।

सांसदों को मिलने वाली अन्य सुविधाएं

  • यात्रा भत्ता:
    • हर साल 34 मुफ्त हवाई यात्राएं।
    • फर्स्ट एसी ट्रेन यात्रा मुफ्त।
    • सड़क यात्रा के लिए ₹16 प्रति किमी भत्ता।
  • सरकारी आवास और बिलों में छूट:
    • दिल्ली में सरकारी आवास।
    • 50,000 यूनिट मुफ्त बिजली और 4 लाख लीटर मुफ्त पानी।
    • लोकसभा सांसदों को 1,50,000 और राज्यसभा सांसदों को 50,000 मुफ्त कॉल की सुविधा।
  • मेडिकल सुविधाएं:
    • सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज।
    • विदेश में इलाज के लिए विशेष अनुमति पर सरकारी खर्च।
    • CGHS योजना के तहत सांसदों और उनके जीवनसाथी को आजीवन मुफ्त चिकित्सा।
  • अन्य लाभ:
    • सरकारी गाड़ी, रिसर्च और स्टाफ असिस्टेंट की सुविधा।
    • संसद की कैंटीन में सब्सिडी वाला भोजन।

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