विपक्ष के नेता के हाथ में रहा संविधान
युवा संसद में हुई बहस और हरियाणा की जलेबी, प्रस्तुति पर दीजिए अपनी राय
शब्दों के माध्यम से एक दूसरे पर तीखे कटाक्ष। बीच बीच में भारी शोर-शराबा। लोकसभा अध्यक्ष की टोका-टोकी के बीच भी बेबाकी से अपनी बात कहने के लिए दबाव बनाते सांसद और किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले ही हंगामे के बीच संसद का अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो जाना। टीवी पर दिखाई देने वाला यह दृश्य आज 14 नवंबर को रेवाड़ी स्थित जैन पब्लिक स्कूल के बच्चों की युवा संसद में दिखाई दिया। शेर-ओ-शायरी, कविता एवं मुहावरों से सांसदों का जीवंत अभिनय कर रहे बच्चों ने एक दूसरे पर करारे व्यंग्य-बाण चलाए। इस संसद में सौ से अधिक बच्चों ने भाग लिया। अपनी ओजस्वी वाणी से छाप छोडऩे वाली वैष्णवी को सर्वश्रेष्ठ उर्जावान नेता चुना गया, वहीं नपी-तुली सहज भाषा में वकतव्य देने वाली और राष्ट्रपति की भूमिका निभाने वाली रिया को अपने जीवंत अभिनय के लिए पहला पुरस्कार मिला। विशिष्ट अतिथि प्रो. अशोक कुमार एवं प्रबंधन समिति ने विजेताओं को सम्मानित किया। स्कूल के मीडिया प्रभारी गोपाल शर्मा ने बताया कि जैन अतिशय क्षेत्र नसिया जी स्थित अकलंक शरणालय सभागार में आयोजित युवा संसद का दृश्य वास्तविक संसद की तरह था। यह प्रयास बच्चों को लोकतंत्र के प्रति प्रेरित करेगा। संसद का शुभारंभ राष्ट्रपति के संबोधन से हुआ। विशिष्ट अतिथि प्रो. अशोक कुमार, प्रबंधन समिति के प्रधान प्रदीप जैन, उप प्रधान राकेश जैन, प्रबंधक मोहित जैन, सदस्य अनुज जैन एवं पलका जैन, प्रधानाचार्य सोनल छाबड़ा एवं उप प्रधानाचार्य विजय गुप्ता ने निर्णायक की भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम की सराहना की। विशिष्ट अतिथि एवं अकलंक शरणालय प्रबंधन समिति के प्रधान अरविंद जैन ने कार्यक्रम को उत्कृष्ट बताते हुए बच्चों के अभिनय की सराहना की। प्रोटेम स्पीकर की ओर से नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष के चयन एवं बाद में संसदीय कार्यवाही में खासा हंगामा हुआ। हरियाणा के चुनाव में चर्चित रही जलेबी भी यहां छाई रही। दर्शकों को जलेबियों का आनंद मिला। महाराष्ट्र चुनाव में महिला प्रत्याशी पर माननीयों के बिगड़े बोल भी संसद में छाए रहे।
संसद में समान नागरिक सहिंता, सीएए, एनआरसी, वक्फ बोर्ड, पराली से होने वाले प्रदूषण, महिला सुरक्षा, महिला अपमान, खिलाडिय़ों की समस्या, पैट्रोलियम व लघु उद्योग व ईवीएम में धांधली जैसे मुद्दे जमकर छाए रहे। सांसदों की नोक-झोंक, शोर-शराबा और बिल फाडऩे जैसे संसद की गरिमा को तार-तार करने वाली घटनाओं पर संसद स्थगित कर दी गई। संसद में उत्कृष्ट भूमिका निभाने पर नतांश को दूसरा, परी, ईशानवी व आदित्य को तीसरा स्थान मिला। लोकसभा अध्यक्ष बने रक्षित, वंशिका एवं चहक को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया। सामाजिक अध्ययन एवं वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विभागाध्यक्षा स्नेह कौशिक एवं श्रुति मेहता के मार्गदर्शन में कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्राची एवं आदित्य ने किया।