कांग्रेस के सलाहकार कोनुगोलू ने हरियाणा में बदली रणनीति, राहुल-प्रियंका के प्रचार को किया कम, हुड्डा-सैलजा पर फोकस बढ़ाया

कांग्रेस के सलाहकार कोनुगोलू ने हरियाणा में बदली रणनीति, राहुल-प्रियंका के प्रचार को किया कम, हुड्डा-सैलजा पर फोकस बढ़ाया ---------------------------------------------------------- कांग्रेस पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में सफल रहे फॉर्मूले को अपनाने जा रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 9 में से 5 सीटें जीती थीं। इसलिए पार्टी इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। लोकल चेहरों पर फोकस कांग्रेस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रचार को सीमित करने का फैसला लिया है। अब पार्टी लोकल नेताओं जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा पर अधिक फोकस करेगी। प्रचार की बदलती रणनीति कांग्रेस ने अपने चुनावी रणनीतिकार सुनील कोनुगोलू की सलाह पर यह फैसला लिया है। वह चाहते हैं कि चुनाव लोकल मुद्दों पर आधारित हो। इसलिए कांग्रेस ने यह तय किया है कि पीएम मोदी के मुकाबले नहीं आएंगे। राहुल और प्रियंका की सीमित भागीदारी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अब तक हरियाणा में कोई बड़ी सभा नहीं की है। उनके प्रचार का कार्यक्रम कम किया गया है। कोनुगोलू का मानना है कि चुनाव लोकल मुद्दों पर चलाना बेहतर होगा। विनेश फोगाट के लिए खास प्लान कांग्रेस पार्टी जानती है कि रेसलर विनेश फोगाट का मुद्दा चुनाव में महत्वपूर्ण हो सकता है। इसलिए जुलाना में विनेश के लिए खास प्रचार कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। कोनुगोलू का योगदान सुनील कोनुगोलू कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने तेलंगाना में भी पार्टी को सफलता दिलाई थी। पहले वे कई पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं और अब कांग्रेस के करीबी सलाहकार हैं। चुनाव में लोकल मुद्दों पर फोकस कांग्रेस चुनाव को लोकल मुद्दों पर केंद्रित करना चाहती है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि चुनाव की चर्चा राहुल बनाम मोदी की बजाय लोकल समस्याओं पर हो। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा चुनाव में कर्नाटक मॉडल को अपनाते हुए लोकल नेताओं और मुद्दों पर फोकस कर रही है। राहुल और प्रियंका का प्रचार सीमित होगा, लेकिन विनेश फोगाट के मुद्दे पर विशेष फोकस किया जाएगा। पार्टी की यह रणनीति उसे चुनाव में अधिक सफल बना सकती है।

कांग्रेस पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में सफल रहे फॉर्मूले को अपनाने जा रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 9 में से 5 सीटें जीती थीं। इसलिए पार्टी इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती।

लोकल चेहरों पर फोकस

कांग्रेस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रचार को सीमित करने का फैसला लिया है। अब पार्टी लोकल नेताओं जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा पर अधिक फोकस करेगी।

प्रचार की बदलती रणनीति

कांग्रेस ने अपने चुनावी रणनीतिकार सुनील कोनुगोलू की सलाह पर यह फैसला लिया है। वह चाहते हैं कि चुनाव लोकल मुद्दों पर आधारित हो। इसलिए कांग्रेस ने यह तय किया है कि पीएम मोदी के मुकाबले नहीं आएंगे।

राहुल और प्रियंका की सीमित भागीदारी

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अब तक हरियाणा में कोई बड़ी सभा नहीं की है। उनके प्रचार का कार्यक्रम कम किया गया है। कोनुगोलू का मानना है कि चुनाव लोकल मुद्दों पर चलाना बेहतर होगा।

विनेश फोगाट के लिए खास प्लान

कांग्रेस पार्टी जानती है कि रेसलर विनेश फोगाट का मुद्दा चुनाव में महत्वपूर्ण हो सकता है। इसलिए जुलाना में विनेश के लिए खास प्रचार कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।

कोनुगोलू का योगदान

सुनील कोनुगोलू कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने तेलंगाना में भी पार्टी को सफलता दिलाई थी। पहले वे कई पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं और अब कांग्रेस के करीबी सलाहकार हैं।

चुनाव में लोकल मुद्दों पर फोकस

कांग्रेस चुनाव को लोकल मुद्दों पर केंद्रित करना चाहती है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि चुनाव की चर्चा राहुल बनाम मोदी की बजाय लोकल समस्याओं पर हो।

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा चुनाव में कर्नाटक मॉडल को अपनाते हुए लोकल नेताओं और मुद्दों पर फोकस कर रही है। राहुल और प्रियंका का प्रचार सीमित होगा, लेकिन विनेश फोगाट के मुद्दे पर विशेष फोकस किया जाएगा। पार्टी की यह रणनीति उसे चुनाव में अधिक सफल बना सकती है।