सांसदों की सैलरी और पेंशन बढ़ी, अब हर सांसद को ₹1.24 लाख

वेतनमें 24% इजाफा | पूर्व सांसदों की पेंशन ₹31 हजार | भत्ते और सुविधाएं भी बढ़ीं नई दिल्ली। सरकार ने सांसदों के वेतन में 24% की बढ़ोतरी कर दी है। संसदीय कार्य मंत्रालय ने सोमवार को इसकी अधिसूचना जारी की। अब सांसदों को प्रति माह ₹1.24 लाख वेतन मिलेगा, जो पहले ₹1 लाख था। यह बढ़ोतरी कॉस्ट इन्फ्लेशन इंडेक्स (लागत मुद्रास्फीति सूचकांक) के आधार पर 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी। पूर्व सांसदों की पेंशन और अन्य भत्ते भी बढ़े सांसदों को ये अतिरिक्त भत्ते भी मिलेंगे…

DELHI में पब्लिक ट्रांस पोर्ट बेहाल, निजी गाड़ियों पर निर्भरता बढ़ी

नईदिल्ली।दिल्ली-एनसीआर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बदहाली के चलते लोग निजी वाहनों पर अधिक निर्भर हो गए हैं। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) की एक रिपोर्ट के अनुसार, लास्ट माइल कनेक्टिविटी की समस्या के कारण लोग मेट्रो या बस तक पहुंचने के लिए भी निजी गाड़ियां और टू-व्हीलर इस्तेमाल कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब 49% लोग सफर के लिए प्राइवेट व्हीकल का उपयोग करते हैं, जिनमें से केवल 2% लोग अपने गंतव्य से 500 मीटर की दूरी तक वाहन पार्क करते हैं, जबकि यह दूरी पैदल तय की जानी चाहिए। सीधे गंतव्य तक जा रहे निजी वाहन रिपोर्ट के अनुसार, 10% लोग मेट्रो या ट्रेन तक अपनी कार से पहुंचते हैं, जबकि 60% लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बजाय सीधे अपनी कार से गंतव्य तक जाते हैं। इसी तरह, 75% टू-व्हीलर चालक भी सीधे अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। मेट्रो यात्रियों में से 20% इसे सेकेंडरी ट्रांसपोर्ट के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें 7% लोग निजी गाड़ियों से मेट्रो स्टेशन तक आते हैं। बस सेवा की खराब स्थिति दिल्ली में बसों की स्थिति भी बेहद चिंताजनक है। केवल 9% लोग किसी न किसी मोड़ पर बस का उपयोग कर रहे हैं, जबकि 7% इसे सेकेंडरी ट्रांसपोर्ट के रूप में अपना रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ 4.5% यात्री पैदल चलकर बस स्टॉप तक पहुंचते हैं। बस सेवा की अव्यवस्था के कारण लोग मेट्रो के मुकाबले इसे कम प्राथमिकता देते हैं, जिससे सार्वजनिक परिवहन की हालत और खराब हो रही है। तेजी से बढ़ते निजी वाहन, टैक्स सिस्टम में बदलाव…

बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने सरकार के कोचिंग बिल पर उठाए सवाल, 45 पुराने कानूनों को खत्म करने पर चर्चा

जयपुर: राजस्थान में कोचिंग संस्थानों पर नकेल कसने के लिए राज्य सरकार कोचिंग रेगुलेशन बिल लेकर आई है, लेकिन इस बिल पर विधानसभा में ही सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक कालीचरण सराफ ने विरोध जताया है। सराफ ने इस बिल को प्रवर समिति को भेजने की मांग की और सरकार को सलाह दी कि इसे जल्दबाजी में लागू करने से  पहले गहन विचार किया जाए, क्योंकि इसके परिणाम स्वरूप हजारों शिक्षक बेरोजगार हो सकते हैं और अफसरशाही का  हस्तक्षेप बढ़ सकता है। कोचिंग बिल पर बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ का विरोध कोचिंग बिल को लेकर विधानसभा में बहस के दौरान बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने साफ तौर पर सरकार के प्रस्तावित बिल पर अपनी असहमति जताई। उन्होंने इस बिल के प्रावधानों पर सवाल उठाए और कहा कि यदि इसे पास कर दिया गया, तो यह राज्य में अफसरशाही को  बढ़ावा देगा, जिससे कोचिंग संस्थान राजस्थान से बाहर शिफ्ट हो सकते हैं। सराफ का कहना था कि इससे हजारों शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे और शिक्षा क्षेत्र में अनिश्चितता का माहौल पैदा होगा। सराफ ने यह भी कहा कि इस बिल के तहत कोचिंग संस्थानों की निगरानी के लिए बनाई गई कमेटी में केवल सरकारी  अधिकारी हैं, जबकि इसमें कोई जनप्रतिनिधि या स्वयंसेवी संस्था का प्रतिनिधि नहीं है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस बिल पर पहले जनता, छात्रों, शिक्षकों और कोचिंग संस्थानों से विचार विमर्श किया जाना  चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह सवाल उठाया कि अगर कोई छात्र दो दिन से अधिक अनुपस्थित रहता है, तो उस मामले में उसके माता-पिता को सूचना देने का कोई प्रावधान क्यों नहीं है? राजस्थान में 45 पुराने कानून होंगे खत्म विधानसभा में इस दिन की एक अन्य प्रमुख चर्चा राजस्थान विधियां निरसन विधेयक पर थी, जिसके तहत 45 पुराने और  अप्रचलित कानूनों को समाप्त किया जाएगा। इनमें से 37 कानून पंचायती राज से जुड़े हुए हैं, जिनमें बीकानेर स्टेट डिस्ट्रिक्ट बोर्ड अमेंडमेंट एक्ट 1952 और बीकानेर  म्युनिसिपल अमेंडमेंट एक्ट 1952 जैसे पुराने कानून शामिल हैं। इन कानूनों को समाप्त करने का उद्देश्य शासन में पारदर्शिता लाना और पुराने कानूनों को हटा कर नए और प्रासंगिक कानूनों को लागू करना है।…

हरियाणा के किसानों पर 60 हजार करोड़ का कर्ज, सिरसा में सबसे ज्यादा बकाया राशि

राज्य में  27.7  लाख किसानों पर बकाया कृषि ऋण सिरसा के किसानों पर 6,102 करोड़ रुपये का कर्ज हिसार में सबसे अधिक किसान कर्जदार चंडीगढ़ | हरियाणा में किसानों…

ग्रीन व्यू सोसायटी के 3 टावर गिरेंगे, निवेशकों को ब्याज सहित रिफंड मिलेगा

गुरुग्राम:  सेक्टर-37 डी स्थित नैशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) की ग्रीन व्यू सोसायटी के तीन टावरों को गिराने की अनुमति मिल गई है। सोसायटी के ई, एफ और जी टावर को तोड़ा जाएगा, जो एक निजी स्कूल से सटे हुए हैं। इन टावरों को असुरक्षित करार दिया गया था और निवासियों ने काफी समय से इन्हें गिराने की मांग की थी। टावर ध्वस्त करने के बाद नया निर्माण कार्य शुरू होगा, और निवेशकों को उनके पैसे ब्याज सहित रिफंड किए जाएंगे। 270 परिवारों को मिला था फ्लैट, निर्माण पर उठे थे सवाल एनबीसीसी ने 2011 में ग्रीन व्यू सोसायटी का निर्माण कार्य शुरू किया और 2019 तक कई परिवार इसमें रहने लगे। कुल 784 फ्लैट बनाए गए थे, जिनमें से 270 परिवारों को कब्जा सौंपा गया था। हालांकि, जल्द ही निर्माण कार्य की…

9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौटीं सुनीता विलियम्स, क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन में कई चुनौतियों का सामना

1650°C तापमान पर 7 मिनट संपर्क टूटा, 8 दिन के मिशन में 9 महीने लग गए ISS से रवाना होने के 17 घंटे बाद स्पेसक्राफ्ट…

ओमप्रकाश चौटाला का निधन

हरियाणा की राजनीति में कई दशकों तक अपना प्रभाव रखने वाले इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला नहीं रहे। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला गुरुग्राम के मेदांता…

लाडवा में किसका खेल बिगाड़ेंगी सपना, मेवा सिंह मारेंगे बाजी या फिर CM नायब सिंह सैनी को मिलेगी जीत?

हरियाणा विधानसभा चुनाव में लाडवा सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा के नायब सैनी और कांग्रेस के मेवा सिंह के बीच…

हरियाणा मंत्रिमंडल से Ranjit Singh Chautala की छुट्टी‌, विधायक निर्वाचित न होने कारण आगे नहीं रह सकते मंत्री

हरियाणा के उर्जा और जेल विभाग के कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला का मंत्री पद समाप्त हो गया है। उन्हें छह महीने तक विधायक निर्वाचित न…