विधायकों को 1 करोड़ का लोन, हरियाणवी सॉन्ग बैन पर बवाल

—————————————————————————— चंडीगढ़। हरियाणा के विधायकों को अब घर बनाने के लिए ₹1 करोड़ तक का लोन मिलेगा। पहले यह सीमा ₹80 लाख थी। इसी तरह, कार लोन की सीमा भी ₹20 लाख से बढ़ाकर ₹20.40 लाख कर दी गई है। खास बात यह है कि यह कर्ज मात्र 4% ब्याज दर पर मिलेगा, जबकि बाजार में हाउसिंग लोन पर 8-10% और कार लोन पर करीब 9% ब्याज देना पड़ता है। यह निर्णय शुक्रवार (28 मार्च) को हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन लिया गया। संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा ने ‘हरियाणा विधानसभा सदस्य सुविधा संशोधन विधेयक’ पेश किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। राज्य गीत लॉन्च, बजट सत्र स्थगित हरियाणा को पहली बार आधिकारिक राज्यगीत मिला। विधानसभा में सर्वसम्मति से ‘जय-जय-जय हरियाणा’ को मंजूरी दी गई और इसे लॉन्च किया गया। इसके साथ ही 7 मार्च से चल रहा बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। हरियाणवी सॉन्ग बैन पर विवाद, दो मंत्री सिंगर्स के समर्थन में विधानसभा में गन कल्चर को लेकर हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के गाने पर लगे बैन का मुद्दा उठा। कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने इस पर सवाल उठाए और कहा कि सरकार कलाकारों के साथ ज्यादती कर रही है। सरकार के ही दो मंत्रियों—अरविंद शर्मा और कृष्ण बेदी—ने भी सिंगर्स का समर्थन किया। मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि इन कलाकारों ने हरियाणा की पहचान बनाने में योगदान दिया है। कृष्ण बेदी ने भी इस पर सहमति जताते हुए कहा कि पहले शादियों में पंजाबी गाने बजते थे, लेकिन अब हरियाणवी गानों को पहचान मिल रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले पर फैसले की मांग की। वल्गर गानों पर कड़ी…

हरियाणा सरकार के फैसले को झटका, केंद्र ने SC सूची से 3 नाम हटाने पर लगाई रोक

——————————————————— चंडीगढ़।हरियाणा सरकार ने अनुसूचित जाति (SC) सूची से तीन जातियों—’चूरा’, ‘भंगी’ और ‘मोची’—को हटाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। सरकार चाहती थी कि इन जातियों को ‘बाल्मीकि’ और ‘चमार’ के नाम से जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाएं। राज्य सरकार का तर्क था कि मौजूदा नाम अक्सर अपमानजनक तरीके से इस्तेमाल किए जाते हैं, इसलिए इन्हें बदला जाना चाहिए। हालांकि, केंद्र सरकार ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और इसे असंवैधानिक बताया। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने हरियाणा सरकार को जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि अनुसूचित जाति सूची में किसी भी जाति को जोड़ने या हटाने का अधिकार केवल संसद के पास है, राज्य सरकार के पास नहीं। 2013 का आदेश भी असंवैधानिक हरियाणा सरकार ने केंद्र को भेजे पत्र में 2013 के एक सरकारी आदेश का हवाला दिया था, जिसमें कहा गया था कि ‘चूरा’, ‘भंगी’ और ‘मोची’ को अनुसूचित जाति सूची से हटाकर ‘बाल्मीकि’ और ‘चमार’ नाम से जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। इस आदेश को सभी जिला प्रशासन और जाति प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारियों को भेजा गया था। केंद्र सरकार ने इस आदेश को भी गलत ठहराया। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि संविधान के अनुच्छेद 341 के अनुसार, अनुसूचित जाति सूची में कोई भी बदलाव केवल संसद कर सकती है। इसलिए, 2013 में हरियाणा सरकार द्वारा जारी किया गया आदेश भी असंवैधानिक है और इसे बदला जाना चाहिए। केंद्र सरकार का तर्क केंद्र सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि अनुसूचित जाति के लोगों को आरक्षण और अन्य सरकारी लाभ केवल उसी जाति नाम से मिल सकते हैं, जो आधिकारिक सूची में दर्ज है। अगर कोई जाति ‘चूरा’ के नाम से सूचीबद्ध है, तो उसे आरक्षण का लाभ ‘बाल्मीकि’ के नाम से नहीं मिल सकता। इससे स्पष्ट होता है कि जाति नाम बदलने से लोगों को मिलने वाले संवैधानिक अधिकारों और सरकारी योजनाओं का लाभ प्रभावित होगा। क्या होगा अगला कदम? केंद्र सरकार के फैसले के बाद, हरियाणा सरकार को अब अपने 2013 के आदेश की समीक्षा करनी होगी और नए आदेश जारी करने होंगे। इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि अनुसूचित जातियों की सूची में कोई भी बदलाव केवल संसद की मंजूरी के बाद ही किया जा सकता है।

नगर निकायों को ₹587 करोड़ जारी, CM बोले- हर फैसला जनहित में लें

चंडीगढ़। हरियाणा में मंगलवार (25 मार्च) को नगर निकाय चुनाव में निर्वाचित प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। पंचकूला में हुए इस कार्यक्रम में 10 नगर निगमों के मेयर, 28 नगर पालिका व नगर परिषदों के प्रधान, और 687 वार्डों के पार्षदों-सदस्यों ने शपथ ली। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नगर निकायों को ₹587 करोड़ की राशि जारी करने की घोषणा की और पार्षदों की सुविधा के लिए डिजिटल सेवाओं की शुरुआत की। नगर निकायों के 725 प्रतिनिधियों ने शपथ ली शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत अंबाला उपचुनाव में मेयर बनीं शैलजा सचदेवा के शपथ लेने से हुई। इसके बाद 7 नगर निगमों के अन्य मेयरों और वार्ड पार्षदों ने शपथ ग्रहण किया। सोनीपत निगम उपचुनाव में विजयी मेयर राजीव जैन ने भी शपथ ली। इसके बाद नगर परिषदों, नगर पालिकाओं के प्रधान और पार्षदों ने शपथ ली। CM सैनी के संबोधन की 3 मुख्य बातें मेयरों और अन्य निकाय प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने मेयरों और अन्य निकाय पदाधिकारियों के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की। अब मेयर का मानदेय ₹30,000, सीनियर डिप्टी मेयर का ₹25,000 और डिप्टी मेयर का ₹20,000 होगा। नगर परिषद प्रधान को ₹18,000, नगर पालिका प्रधान को ₹15,000, उप प्रधान को ₹12,000 और पार्षदों को भी बढ़ा हुआ मानदेय मिलेगा। डिजिटल सेवाओं…