World Liver Day 2025: बढ़ रहा नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज का खतरा, कैसे करे उपचार

दुनिया भर में हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लीवर डे (World Liver Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को लीवर संबंधी रोग की रोकथाम, उनके निदान, इलाज और उन्हें मैनेज करने के बारे में शिक्षित करना है। ​फैटी लीवर, सबसे आम लीवर संबंधी रोग है। इसके मुख्यत: दो प्रकार होते हैं, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज और अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज। जैसा कि नाम से पता चलता है NAFLD का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो अल्कोहल बहुत कम या बिल्कुल नहीं पीते हैं। वहीं, अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज बहुत ज्यादा शराब पीने के चलते होता है। आज के समय में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज (NAFLD) का खतरा काफी ज्यादा बढ़ चुका है। यहां तक कि बच्चों में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी वजह उनके द्वारा खाए जाने वाले अनहेल्दी फूड्स हो सकते हैं। आइए जानते हैं फैटी लीवर डिजीज से बचने के 5 उपाय। फैटी लीवर के लिए कोई मेडिकल या सर्जिकल ट्रीटमेंट्स नहीं हैं, लेकिन ऐसे कुछ उपाय हैं जो इसके कुछ नुकसान को रोकने या उलटने में मदद कर सकते हैं। जो इस प्रकार हैं- वजन कम करें Mayo clinic की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आपका वेट अधिक है या फिर आप मोटापे से ग्रस्त हैं तो वजन कम करने पर ध्यान दें। अपने रोजाना खाने वाली कैलोरी की संख्या को कम करें और फिजिकल तौर पर एक्टिव रहें। वजन कम करने और इस बीमारी से निपटने के लिए कम कैलोरी खाना महत्वपूर्ण है हेल्दी डाइट है जरूरी फैटी लीवर की समस्या को खत्म करने या भी इससे बचाव करने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना जरूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर स्वस्थ आहार लें। साथ ही भरपूर मात्रा में पानी पिएं। अल्कोहल से बनाएं दूरी फैटी लीवर की मुख्य वजहों में से एक अधिक शराब का सेवन भी है। ऐसे में शराब से दूरी बनाएं या इसके सेवन को सीमित करें। व्यायाम करें खुद को फैटी लीवर के जोखिम से बचाने के लिए रोजाना व्यायाम करें और एक्टिव रहने पर ध्यान दें। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज करने का लक्ष्य बनाएं। इससे वजन भी मेंटेन करने में मदद मिलेगी। कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को करें कंट्रोल इसके अलावा अगर आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो इन्हें मैनेज करें। दरअसल, इन बीमारियों से ग्रस्त लोगों को फैटी लीवर डिजीज होने का खतरा अधिक होता है। डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। एनजेपी न्यूज इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

दुनिया भर में हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लीवर डे (World Liver Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को लीवर संबंधी रोग की रोकथाम, उनके निदान, इलाज और उन्हें मैनेज करने के बारे में शिक्षित करना है।

फैटी लीवर, सबसे आम लीवर संबंधी रोग है। इसके मुख्यत: दो प्रकार होते हैं, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज और अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज। जैसा कि नाम से पता चलता है NAFLD का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो अल्कोहल बहुत कम या बिल्कुल नहीं पीते हैं। वहीं, अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज बहुत ज्यादा शराब पीने के चलते होता है।

आज के समय में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज (NAFLD) का खतरा काफी ज्यादा बढ़ चुका है। यहां तक कि बच्चों में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी वजह उनके द्वारा खाए जाने वाले अनहेल्दी फूड्स हो सकते हैं। आइए जानते हैं फैटी लीवर डिजीज से बचने के 5 उपाय। फैटी लीवर के लिए कोई मेडिकल या सर्जिकल ट्रीटमेंट्स नहीं हैं, लेकिन ऐसे कुछ उपाय हैं जो इसके कुछ नुकसान को रोकने या उलटने में मदद कर सकते हैं। जो इस प्रकार हैं-

वजन कम करें

Mayo clinic की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आपका वेट अधिक है या फिर आप मोटापे से ग्रस्त हैं तो वजन कम करने पर ध्यान दें। अपने रोजाना खाने वाली कैलोरी की संख्या को कम करें और फिजिकल तौर पर एक्टिव रहें। वजन कम करने और इस बीमारी से निपटने के लिए कम कैलोरी खाना महत्वपूर्ण है

हेल्दी डाइट है जरूरी

फैटी लीवर की समस्या को खत्म करने या भी इससे बचाव करने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना जरूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर स्वस्थ आहार लें। साथ ही भरपूर मात्रा में पानी पिएं।

अल्कोहल से बनाएं दूरी

फैटी लीवर की मुख्य वजहों में से एक अधिक शराब का सेवन भी है। ऐसे में शराब से दूरी बनाएं या इसके सेवन को सीमित करें।

व्यायाम करें

खुद को फैटी लीवर के जोखिम से बचाने के लिए रोजाना व्यायाम करें और एक्टिव रहने पर ध्यान दें। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट एक्सरसाइज करने का लक्ष्य बनाएं। इससे वजन भी मेंटेन करने में मदद मिलेगी।

कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को करें कंट्रोल

इसके अलावा अगर आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो इन्हें मैनेज करें। दरअसल, इन बीमारियों से ग्रस्त लोगों को फैटी लीवर डिजीज होने का खतरा अधिक होता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। एनजेपी न्यूज इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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