रेवाड़ी जिले के PWD रेस्ट हाउस में गुरुवार को नगर परिषद हाउस की मीटिंग हुई। बैठक की अध्यक्षता चेयरपर्सन पूनम यादव ने की। इस दौरान विधायक लक्ष्मण सिंह यादव और एडीसी-डीएमसी अंजलि अनुपमा भी मौजूद रही। बैठक में शहर की तमाम सम्सयाओं पर चर्चा हुई। पार्षदों ने चेयरपर्सन पूनम यादव व विधायक लक्ष्मण सिंह यादव के सामने पानी, बिजली, सीवर, सफाई, टॉयलेट, पार्किग और अतिक्रमण को लेकर सबसे ज्यादा मुद्दे रखे। विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने पार्षदों की समस्याए सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से समाधान के निर्देश दिए। साथ ही इस सब मुद्दों पर कैसे समाधान किया जाए इसके लिए अधिकारियों से रोडमैप मांगा गया।
शहर में सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की बनी हुई है। जिस पर विधायक ने कहा कि पूर्व में व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बैठक हो चुकी है तथा तमाम बाजारों में पीली पट्टी लगाकर दुकानदारों की हद तय की जाएगी। साथ ही शहर से रेहडिय़ों को खड़ा करने के लिए अलग से स्थान निर्धारित किए जाएंगे, जिसकी प्रक्रिया चल रही है। शहर के तमाम बाजारों से अतिक्रमण को हटवाया जाएगा। हद से बाहर सामान रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
शहर की सफाई व्यवस्था के मुद्दे पर विधायक ने कहा कि सफाई योद्धाओं की कमी को पूरा करने के साथ-साथ कचरा एकत्रित करने वाली गाडिय़ों को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा, ताकि गाडिय़ों की ट्रैकिंग की जा सके। साथ ही ठेकेदार के कर्मियों को आई कार्ड भी जारी किए जाएंगे। इसके अलावा सुबह व शाम दोनों समय सफाई के कार्य को पूरा करने के दिशा-निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।
शहर में बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए पार्किंग की समस्या पर भी विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में विधायक लक्ष्मण यादव ने कहा कि शहर में कहीं भी पार्किंग नहीं होने के कारण लोगों को आने-जाने में भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है। लोग सडक़ों पर ही अपना वाहन खड़ा कर चले जाते हैं। जिसके चलते सर्कुलर रोड़ के साथ-साथ बाजारों में भी जाम के हालात बने रहते हैं। बैठक में अधिकारियों ने यह भी बताया कि शहर में अलग-अलग आधा दर्जन से अधिक स्थानों को पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है। जिस पर जल्द कार्य शुरु हो जाएगा।
सफाई की गाड़ियों में लगेंगे जीपीएस
विधायक ने बताया कि शहर में सफाई का मुद्दा भी काफी बड़ा है। हमने तय किया है कि शहर में कूड़ा एकत्रित करने वाली गाड़ियों में जीपीएस लगाया जाएगा। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है। बकायदा इससे गाड़ियां ट्रैक की जाएगी। जिससे समय पर कूड़ा एकत्रित हो सके।